“प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना (PM-KISAN)” का संपूर्ण विवरण —
🌾 प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना क्या है (PM-KISAN Yojana Full Details in Hindi)
भारत एक कृषि प्रधान देश है, जहाँ लगभग 60% से अधिक आबादी सीधे या परोक्ष रूप से कृषि पर निर्भर है। देश की अर्थव्यवस्था में किसानों की महत्वपूर्ण भूमिका रही है, लेकिन लंबे समय से किसान आर्थिक रूप से कमजोर रहे हैं। इसी समस्या को ध्यान में रखते हुए केंद्र सरकार ने किसानों को आर्थिक रूप से सशक्त करने के उद्देश्य से प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना (PM-KISAN) की शुरुआत की।
🏛️ योजना की शुरुआत और उद्देश्य
प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना को 1 दिसंबर 2018 से लागू किया गया था। इसकी घोषणा 1 फरवरी 2019 को भारत के अंतरिम बजट में तत्कालीन वित्त मंत्री श्री पीयूष गोयल द्वारा की गई थी।
इस योजना का उद्देश्य छोटे और सीमांत किसानों को प्रत्यक्ष आर्थिक सहायता प्रदान करना है, ताकि वे अपनी खेती से संबंधित आवश्यक जरूरतें जैसे बीज, खाद, कृषि उपकरण आदि आसानी से खरीद सकें और खेती की उत्पादकता बढ़ा सकें।
भारत में अधिकांश किसान सीमांत हैं, जिनके पास 2 हेक्टेयर से कम भूमि है। उनकी आय बहुत सीमित होती है। इस योजना के माध्यम से उन्हें नियमित आय सहायता प्रदान की जाती है ताकि वे कर्ज़ के बोझ से बच सकें और आत्मनिर्भर बनें।
💰 योजना के अंतर्गत मिलने वाली सहायता
प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के अंतर्गत प्रत्येक पात्र किसान परिवार को प्रति वर्ष ₹6,000 की आर्थिक सहायता दी जाती है।
यह राशि तीन समान किस्तों में ₹2,000-₹2,000 के रूप में दी जाती है।
किस्तें निम्न प्रकार से वितरित की जाती हैं —
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पहली किस्त: अप्रैल से जुलाई
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दूसरी किस्त: अगस्त से नवंबर
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तीसरी किस्त: दिसंबर से मार्च
यह पूरी राशि किसानों के बैंक खातों में Direct Benefit Transfer (DBT) प्रणाली के माध्यम से भेजी जाती है। इससे बीच में किसी प्रकार का बिचौलिया नहीं होता और लाभ सीधे लाभार्थी को मिलता है।
👨🌾 कौन पात्र हैं (Eligibility Criteria)
प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना का लाभ वही किसान परिवार ले सकते हैं, जो निम्नलिखित शर्तें पूरी करते हैं —
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किसान परिवार का सदस्य (पति, पत्नी और नाबालिग बच्चे) के नाम पर कृषि योग्य भूमि हो।
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भूमि का रिकॉर्ड (Record of Rights) राज्य सरकार के राजस्व अभिलेखों में दर्ज होना चाहिए।
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लाभ केवल उन किसानों को मिलेगा जिनके पास अपनी खेती योग्य भूमि है — किराए पर खेती करने वाले या बटाईदार (sharecropper) किसान इस योजना में शामिल नहीं हैं।
🚫 कौन लाभ नहीं उठा सकता (अपात्रता)
निम्नलिखित श्रेणियों को इस योजना से बाहर रखा गया है —
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आयकर दाता किसान (जिन्होंने किसी भी वर्ष में आयकर भरा है)।
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केंद्र या राज्य सरकार, स्थानीय निकाय, या सार्वजनिक उपक्रमों में कार्यरत नियमित कर्मचारी (कक्षा IV या समूह D को छोड़कर)।
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संविधानिक पदों पर कार्यरत व्यक्ति (जैसे सांसद, विधायक, मंत्री, महापौर आदि)।
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10,000 रुपये से अधिक मासिक पेंशन प्राप्त करने वाले सेवानिवृत्त कर्मचारी।
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संस्थागत भूमिधारी, जैसे ट्रस्ट, सोसाइटी, या कंपनी के नाम पर भूमि।
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पेशेवर व्यक्ति जैसे डॉक्टर, इंजीनियर, वकील, चार्टर्ड अकाउंटेंट आदि जो पेशेवर रूप से कार्यरत हैं।
📝 आवेदन प्रक्रिया (Registration Process)
प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के लिए आवेदन ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों माध्यमों से किया जा सकता है।
(1) ऑनलाइन आवेदन:
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आधिकारिक वेबसाइट https://pmkisan.gov.in पर जाएँ।
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“New Farmer Registration” विकल्प पर क्लिक करें।
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अपना आधार नंबर, मोबाइल नंबर, राज्य का चयन, और भूमि संबंधी विवरण भरें।
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उसके बाद बैंक खाता नंबर और IFSC कोड डालें।
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आवेदन सबमिट करने के बाद, आपको एक रजिस्ट्रेशन नंबर प्राप्त होगा जिससे आप आवेदन की स्थिति जांच सकते हैं।
(2) ऑफलाइन आवेदन:
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किसान अपने निकटतम कृषि विभाग कार्यालय, CSC केंद्र (Common Service Centre), या पटवारी / लेखपाल कार्यालय में जाकर आवेदन कर सकते हैं।
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आवश्यक दस्तावेज जैसे आधार कार्ड, बैंक पासबुक, और भूमि का रिकॉर्ड (खसरा / खतौनी) जमा करना होता है।
🔐 e-KYC (इलेक्ट्रॉनिक सत्यापन)
PM-KISAN योजना के अंतर्गत e-KYC अनिवार्य कर दी गई है।
इसका अर्थ है कि प्रत्येक किसान को अपने आधार कार्ड की सत्यता ऑनलाइन प्रमाणित करनी होती है ताकि फर्जी लाभार्थियों को रोका जा सके।
किसान e-KYC पोर्टल पर जाकर स्वयं कर सकते हैं या अपने नजदीकी CSC केंद्र पर जाकर करवाते हैं।
यदि e-KYC पूरी नहीं होती, तो अगले किस्त का भुगतान रोक दिया जाता है।
📊 अब तक का प्रभाव और उपलब्धियाँ
प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना ने अब तक भारत के करोड़ों किसानों को आर्थिक रूप से सहायता प्रदान की है।
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इस योजना से अब तक 11 करोड़ से अधिक किसान परिवार लाभान्वित हो चुके हैं।
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सरकार द्वारा किसानों के खातों में अब तक ₹2.8 लाख करोड़ रुपये से अधिक राशि भेजी जा चुकी है।
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DBT प्रणाली के कारण भ्रष्टाचार और बिचौलियों की भूमिका लगभग समाप्त हो गई है।
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इस योजना से किसानों की क्रय शक्ति (Purchasing Power) बढ़ी है, जिससे ग्रामीण अर्थव्यवस्था में सकारात्मक प्रभाव पड़ा है।
🎯 योजना के मुख्य उद्देश्य
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किसानों की आर्थिक स्थिति में सुधार करना।
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खेती की लागत को घटाना और उत्पादन बढ़ाना।
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किसानों को कर्ज़ के जाल से बचाना।
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ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाना।
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किसानों को स्वावलंबी और आत्मनिर्भर बनाना।
📅 किस्त की जानकारी और स्थिति जांच
किसान यह जांच सकते हैं कि उनकी किस्त जारी हुई है या नहीं —
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वेबसाइट पर जाएँ: https://pmkisan.gov.in
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“Beneficiary Status” विकल्प चुनें।
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अपना आधार नंबर, मोबाइल नंबर या बैंक खाता नंबर दर्ज करें।
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पोर्टल पर आपकी किस्त और स्थिति दिखाई देगी।
साथ ही, “Beneficiary List” विकल्प से आप अपने गाँव की पूरी लाभार्थी सूची देख सकते हैं।
⚙️ योजना का प्रबंधन
इस योजना का संचालन कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय (Ministry of Agriculture and Farmers Welfare) द्वारा किया जाता है।
राज्य सरकारें किसानों की पात्रता का सत्यापन करती हैं और सूची केंद्र सरकार को भेजती हैं। इसके बाद केंद्र सरकार DBT के माध्यम से राशि सीधे किसानों के बैंक खातों में ट्रांसफर करती है।
🌱 योजना का महत्व
प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना भारत की उन ऐतिहासिक योजनाओं में से एक है, जिसने ग्रामीण क्षेत्र में सीधा आर्थिक परिवर्तन लाया है।
इससे किसानों के जीवन स्तर में सुधार हुआ है, और उन्हें खेती के लिए आवश्यक साधन जुटाने में सहायता मिली है।
इस योजना ने यह साबित किया है कि यदि सरकार सीधे लाभार्थियों तक सहायता पहुँचाए, तो पारदर्शिता और दक्षता दोनों बढ़ती हैं।
🧭 निष्कर्ष
प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना एक ऐसी पहल है जिसने भारतीय किसानों के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाया है।
इससे किसानों को न केवल आर्थिक सहयोग मिला, बल्कि उनमें आत्मविश्वास और आत्मनिर्भरता की भावना भी जागृत हुई।
किसानों की आय को दोगुना करने के लक्ष्य की दिशा में यह योजना एक महत्वपूर्ण कदम है।
यदि इसका क्रियान्वयन सभी राज्यों में पारदर्शी और नियमित रूप से किया जाए, तो यह योजना भारत के कृषि क्षेत्र के लिए एक स्थायी आर्थिक आधार बन सकती है।

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